दिसंबर महीने में घोड़ी या
डोली चढ़ने को
मिलेंगे मात्र दो ही दिन... ओर अधिक जाने ज्योतिष मदन गुप्ता सपाटू से
एन टी 24 न्यूज़
चंडीगढ़
विनय कुमार
जो लोग विवाह ज्योतिषीय
मुहूर्तों का अनुसरण कर विवाह करने में विशवास रखते हैं , उनके
लिए घोड़ी या डोली चढ़ने के दिसंबर महीने में मात्र दो दिन ही मिलेंगे । यदि इससे
चूक गए तो 2019 के 15 जनवरी तक उन्हें
प्रतीक्षा करनी पड़ेगी क्योंकि दिसंबर में केवल 12 और 13
तारीख को ही शुभ मुहूर्त हैं। इसका कारण है कि विवाह मुहूर्त विचार
में गुरु तथा शुक्र्र , दो ग्रहों का आकाश मंडल में अच्छी
स्थिति में होना आवश्यक है। गुरु 10 नवंबर को अस्त होे गया
था और 7 दिसंबर को को पूर्व में उदित होगा। परंतु
विवाह मुहूर्तों में अन्य कई योग भी शुभ होने आवश्यक है, जिसके
कारण 12 और 13 दिसंबर को ही शुभ
विवाह मुहूर्त बनते हैं । यदि आप को विवाह करना बहुत
आवश्यक है तो किसी रविवार को अभिजीत मुहूर्त जो लगभग दिसंबर व जनवरी में
दोपहर 11 बजकर 40 मिनट से लेकर 12
बजकर 24 मिनट तक रहेगा, इस
मध्य कर सकते हैं। इस अवधि में किया गया कोई भी आवश्यक कार्य सफल होता है विशेषतः
जब रविवार को किया जाए। इसी लिए हमारे कई समुदायों में रविवार को ठीक मध्यान्ह पर
लावें फेरे लेने की प्रथा चली आ रही है । 16 दिसंबर से पौष
मास लग जाएगा जिसमें विवाह अशुभ माने गए हैं। लोहड़ी व 14 जनवरी
,2019 को मकर संक्राति से शुभ कार्य आरंभ होंगे । पौष मास में विवाह या उससे संबंधित कार्य नहीं किए जाने चाहिए, ऎसा निर्देश धर्म शास्त्र के किसी भी ग्रंथ में नहीं है इसीलिए
लगभग सभी पंचांगों में पौष महीने के विवाह मुहूर्त छापेजाते हैंधर्म सिंधु ग्रंथ के अनुसार मकर राशि में सूर्य होने पर पौष मास
विवाह के लिए ग्राह्य माना जाता है इस मास में 14 तारीख को मकर संक्र्रांति पर्व आता है मकर संक्र्रांति के आसपासके समय
अयन परिवर्तन होता है इसलिए श्राद्ध तथा पिंडदान आदि पितृकर्म इस महीने में विशेष रूप से होते हैं परंतु इस कारण विवाह निषेधहोने का कोई उल्लेख नहीं मिलता लेकिन देखादेखी लोग पौष मास में वधूवर संशोधन कार्य, विवाह निश्चित, सगाई या विवाह
करना तो दूर विवाह विषयक बात भी नहीं करते ।
मदन गुप्ता सपाटू मोबाइल न. - 098156 19620
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