Tuesday 13 November 2018

NT24 News : तनाव के दौर में खेल आपके तनाव को भी दूर करता है - टंडन

टंडन ने किया आल इंडिया इंटर यूनिवर्सिटी जिम्नास्टिक और माल्खुम्ब प्रतियोगिता का शुभारम्भ
तनाव के दौर में खेल आपके तनाव को भी दूर करता है - टंडन
एन टी 24 न्यूज़
चंडीगढ़
आल इंडिया इंटर यूनिवर्सिटी जिमनास्टिक और माल्खुम्ब चैंपियनशिप 2018-19की शुरुआत आज पंजाब यूनिवर्सिटी चंडीगढ़ के जिम्नेजियम हाल में हुई | इस चैंपियनशिप का विधिवत उद्घाटन भारतीय जनता पार्टी चंडीगढ़ के प्रदेश अध्यक्ष और पंजाब यूनिवर्सिटी के सीनेटर संजय टंडन के कर कमलों द्वारा हुआ| उन्होंने इस कार्यक्रम में मुख्यातिथि के रूप में हिस्सा लिया | इस मौके पर उनके साथ भाजपा चंडीगढ़ के जिला नंबर 1 के अध्यक्ष जितेन्द्र मल्होत्रा, पार्षद हीरा नेगी और चन्द्रावती शुक्ला, मंडल अध्यक्ष राजेश महाजन, अनिल मसीह,ऐ एच यूके पर्यवेक्षक आरिफ अली खान, द्रोणाचार्य सम्मान विजेता डी के रावत और परमिंदर सिंह डायरेक्टर स्पोर्ट्स पंजाब यूनिवर्सिटी चंडीगढ़ आदि भी उपस्थित थे | कार्यक्रम के शुरुआत में इस प्रतियोगिता में भाग लेने वाली सभी टीमों ने अपने अपने ध्वज के साथ मुख्यातिथि संजय टंडन को सलामी दी | रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम का भी आयोजन किया गया | कार्यक्रम के उपरान्त प्रदेश अध्यक्ष संजय टंडन ने उपस्थित सभी लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि खेल मानव के जीवन का अभिन्न अंग हैं | इस से हमारे शरीर में ऊर्जा का सञ्चालन होता है और हम स्वस्थ रहते हैं | खेलों से खिलाडी के जीवन में अनुशासन भी स्वतः आ जाता है | खेलों से हमारे मानसिक तनाव में भी कमी होती है | आज की भागमभाग और तकनीकी भरे जीवन से हम सभी ग्रस्त हैं | हमें अपने लिए पर्याप्त समय नहीं मिल पाता | आज हमारी युवा पीढ़ी और हमारे बच्चे परम्परागत खेलों से दूर होते जा रहे हैं | उनके खेल कंप्यूटर तक सीमित होते जा रहे हैं जो कि भयंकर स्थिति को और इशारा है | ऐसे में हम सभी को अभी से संभलना होगा और अपने बच्चों को किसी न किसी खेल में अवश्य लगाना चाहिए | आजइस प्रतियोगिता में शामिल हुई टीमों के सभी खिलाडियों को शुभकामनाएं प्रदान करते हुए उन्होंने कहा कि जब भी खेलो खेल की भावना से खेलो न कि जीत की भावना से | खेल आपसे लेता कुछ नहीं उल्टा आपको कुछ न कुछ देकर जाता है | उन्होंने इस प्रकार की प्रतियोगिता आयोजित करने के लिए पंजाब यूनिवर्सिटी के स्पोर्ट्स विभाग की भरपूर प्रशंसा भी की |




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