गांधी
स्मारक भवन में प्राकृतिक चिकित्सा दिवस के अवसर पर शिविर
एन
टी 24 न्यूज़
विनय
कुमार
चंडीगढ़
प्राकृतिक चिकित्सा दिवस के अवसर पर गांधी
स्मारक भवन में निशुल्क मडबाथ ( मिट्टी स्नान) तथा सनबाथ ( सूर्य स्नान) का
निशुल्क कैम्प लगाया गया । इस शिविर में लगभग 210 लोगों ( महिला एवं
पुरुषों) ने भाग लिया। डा. डोगरा एवं डा. पूजा ने रोगियों को स्वस्थ्य रहने के
टिप्स दिये। उन्होंने बताया कि देश के प्राकृतिक चिकित्सकों के अथक प्रयासों के फलस्वरुप भारत सरकार के आयुष मंत्रालय ने 18 नवम्बर को प्राकृतिक चिकित्सा दिवस के रुप में मान्यता प्रदान की है । आचार्यकुल
एवं प्राकृतिक चिकित्सा समिति चंडीगढ़ के तत्वाधान में नोर्थ जोन कल्चर सैन्टर,
पटियाला एवं भारतीय स्टेट बैंक के सहयोग से गांधी स्मारक भवन,
सैक्टर 16-ए, चंडीगढ़ में
18 नवम्बर 2018 को प्राकृतिक चिकित्सा
दिवस मनाया जा रहा है। इस अवसर पर प्राकृतिक चिकित्सा के महत्व व किस तरह जटिल से
जटिल व असाध्य रोगों का बिना दवा के जड़ से इलाज किया जा सकता है, के बारे में प्रसिद्ध डा.ए.के.अरुण, अध्यक्ष,
गांधी स्मारक प्राकृतिक चिकित्सा समिति, राजघाट
नई दिल्ली चर्चा करेगें । डा. देवराज त्यागी ने बताया कि गांधी स्मारक भवन में एक
आउटडोर प्राकृतिक चिकित्सा केन्द्र पिछले 15 वर्षों से
निरन्तर चल रहा है तथा उससे हज़ारों रोगी लाभ उठा चुके हैं। सरकार का प्राकृतिक
चिकित्सा दिवस मनाने के निर्णय से भारत को स्वस्थ्य के क्षेत्र में स्वावलम्बी
बनाने की दिशा में एक सकारात्मक कदम है तथा साथ ही राष्ट्रपिता महात्मा गांधी जी
के प्रति सच्ची श्रद्धाजंलि है। दिनांक 18 नवम्बर 2018
को प्रातः ‘‘ रन फार नैचरोपैथी ‘‘ का कार्यक्रम सुखना लेक पर रखा है। वहां पर स्थानीय बुद्धिजीवी वर्ग
इकठ्ठा होकर प्राकृतिक चिकित्सा के प्रचार-प्रसार के लिये दोड़ेगें। प्रातः साढ़े 10
बजे गांधी स्मारक भवन के सभागार में प्राकृतिक चिकित्सा से सम्बन्धी
प्रदर्शनी लगाई जायेगी तथा के.के.शारदा की अध्यक्षता में सेमिनार आयोजित किया
जायेगा जिसमें ‘‘होलिस्टिक हैल्थ थ्रो नैचरोपैथी‘‘ पर डा.ए.के.अरुण तथा ‘‘ मिलेटस
एंड हैल्थ बेनिफिट‘‘ पर डा.
एम.पी.डोगरा अपने विचार रखेगें तथा चर्चा करेगें ।
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