मौनव्रत, चरखा कटाई व
मैडीकल कैम्प लगा कर राष्ट्रपिता को किया याद
विनय कुमार
चण्डीगढ़
राष्ट्रपिता
महात्मा गांधी जी की 71वीं पुण्य तिथि पर गांधी स्मारक भवन
सैक्टर 16ए, चंडीगढ़ में श्रृद्धांजलि
सभा का आयोजन किया गया। इस अवसर पर मौनव्रत चरखा कटाई व मुफ्त मेडीकल कैम्प का
आयोजन किया गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि पूर्व सांसद व अपर साॅलिसिटर जनरल भारत
सरकार सत्यपाल जैन, मुख्य वक्ता भारत रत्न संत विनोबा भावे
द्वारा संचालित राष्ट्रीय आचार्यकुल उपाध्यक्ष तथा प्रसिद्ध गांधीवादी विचारक
आचार्य विनोद जी, अध्यक्षता के.के.शारदा, अध्यक्ष गांधी स्मारक निधि ने की। स्वागत डा. देवराज त्यागी और धन्यवाद
प्रेम विज ने किया । इस अवसर पर ठीक 11ः00 बजे मौनव्रत रख कर राष्ट्रपिता को श्रृद्धांजलि दी गई। ब्लू बर्ड पब्लिक
स्कूल, पंचकूला के बच्चों ने गांधी जी के प्रिय भजनों को
संगीत में प्रस्तुत किया और मुफ्त मैडीकल कैम्प का जीवन संचार वेलफेयर चैरीटेबल
सोसाईटी के द्वारा आयोजन किया गया जिसमें 155 रोगियों का निरीक्षण किया गया । मुख्य
वक्ता के रुप में बोलते हुए आचार्य विनोद ने कहा कि गांधी जी को अपने कार्य व
बलिदान के लिए पूरे विश्व में याद किया जाता है। आचार्य विनोबा कहते थे कि लोग
अक्सर जन्म दिवस को याद करते है लेकिन महान वही है जिसे मृत्यु के बाद भी याद किया
जाये। गांधी जी पूरा जीवन सब की भलाई में अपनी भलाई ढूंढ़ते रहे । गांधी स्मारक
निधि के अध्यक्ष के.के.शारदा ने कहा कि स्वतंत्रता आंदोलन में अपने अद्वितीय
योगदान के लिए ही गांधी जी को राष्ट्रपिता के रुप में जाना जाता है। हम सभी को
गांधी जी के आदर्शों व विचारों को अपने जीवन में अपनाना चाहिए । मुख्य अतिथि के
रुप में बोलते हुए सत्यपाल जैन ने कहा कि गांधी जी ने आम आदमी के जीवन को देखते
हुए जीवन भर कम से कम वस्त्र धारण किए। इसी लिए उनका जीवन व व्यक्तित्व इतना महान
था कि उनकी पुण्यतिथि पर राष्ट्रपति से लेकर आम आदमी नमन कर रहा है । इस अवसर पर
भारी संख्या में बद्धिजीवि, साहित्यकार, आचार्यकुल के सदस्य, खादी आश्रम के सदस्य उपस्थित थे
।
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