Saturday, 11 May 2019

NT24 news : एनजीओ ड्राईव स्मार्ट ड्राईव सेफ एण्ड.............

एनजीओ ड्राईव स्मार्ट ड्राईव सेफ एण्ड अराईव सेफ ने हैला इंडिया अरेस्टिंग रोड डेथ कैम्पेन का किया आयोजन
एन टी 24 न्यूज़
विनय कुमार
डेराबस्सी
पैदलचालकों की सुरक्षा के मुद्दे पर प्रकाश डालने के लिए एनजीओ ड्राईव स्मार्ट ड्राईव सेफ एण्ड अराईव सेफ ने हैला इंडिया और पंजाब पुलिस के सहयोग से 11 मई, 2019 को डेराबस्सी में अरेस्टिंग रोड डेथ कैम्पेन का आयोजन किया। इस ईवेंट का उद्देश्य संबंधित डिसीजऩमेकर्स को डेरा बस्सी हाईवे पर पैदलचालकों की स्थिति की गंभीरता समझाना और उनसे डेरा बस्सी फ्लाईओवर से भूषण फैक्ट्री तक फुटओवर ब्रिज एवं बैरिकेडिंग के निर्माण का आग्रह करना था। हैला इंडिया लाईटिंग के कर्मचारियों ने एनजीओ अराईव सेफ, सुखमणि ग्रुप, लाँगवाल पॉलिटेक्निक, डेराबस्सी होटल सोसिएशन, रेजिड़ेंट वैलफेयर एसोसिएशन, कंसन्र्ड सिटिजंस, सिविल सोसायटी सदस्यों, ट्रैफिक पुलिस एवं सडक़ सुरक्षा पर अनेक स्वैच्छिक कर्मियों के साथ इस ईवेंट में हिस्सा लिया। इस ईवेंट में हरमन सिंह सिद्धू, प्रेसिडेंट, अराईवसेफ एवं रमा शंकर पांडे, एमडी, हेला इंडिया मौजूद थे। यह ईवेंट सडक़ दुर्घटनाओं में मौत का शिकार हुए लोगों की याद में 2 मिनट के मौन के साथ शुरू हुई। प्रतिभागियों ने सडक़ सुरक्षा के आचरणों का पालन करने का संकल्प लिया और डेरा बस्सी हाईवे को पैदल चालकों के लिए सुरक्षित बनाने की मांग उठाने वाली अर्जी पर हस्ताक्षर किए। इस ईवेंट का समापन पाँचवें यूनाईटेड नेशंस ग्लोबल रोड सेफ्टी वीक के दौरान प्रतिभागियों द्वारा एक मानव श्रृंखला के निर्माण के साथ हुआ। रमा शंकर पांडे, एमडी, हैला इंडिया लाइटिंग लिमिटेड ने कहा, ‘‘हर मिनट एक दुर्घटना, हर 4 मिनट में एक मौत, एक दिन में 29 बच्चों की मौत को अब नजरंदाज नहीं किया जा सकता। ये मौतें देखकर सदमे और पीड़ा से हम सडक़ सुरक्षा के सेनानी अब तब तक नहीं रुकेंगे, जब तक भारत रोकी जा सकने वाली सभी सडक़ दुर्घटनाओं से मुक्त नहीं हो जाता। पिछले दशक में 14 लाख से ज्यादा भारतीयों की मौत भारत की राष्ट्रीय सुरक्षा की समस्या है और इसका समाधान देश की प्राथमिकताओं में होना चाहिए। हर हितधारक से निवेदन है कि वह हमारा सहयोग करे और हमारी सडक़ों, वाहनों एवं इसके प्रबंधन की सभी सुरक्षा कमियों को पूरा करने के लिए संसाधन उपलब्ध कराए। रमा शंकर पांडे ने यह भी कहा कि भारत में प्रत्येक राजनीतिक दल को राष्ट्रीय हित के इस तरह के एक आवश्यक विषय को भी अपने राजनीतिक दल के घोषणापत्र में करना चाहिए 
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हरमन सिंह सिद्धू, प्रेसिडेंट, अराईवसेफ ने कहा, ‘‘जनवरी, 2017 से आज तक एनएच-5 (पूर्व में एनएच 21) के इस 7 किलोमीटर के दायरे में 148 से ज्यादा गंभीर सडक़ दुर्घटनाएं हो चुकी हैं, जिनमें से ज्यादातर जानलेवा थीं। हमारी मांग है कि हाईवे अथॉरिटी अपनी नींद से जागें और ओवर ब्रिज एवं क्रैश बैरियर जैसी आवश्यक व्यवस्थाएं करें l 1 मई को छुट्टी के दिन, प्लांट कर्मचारी, अजय कुमार, पास के एटीएम से पैसे निकालने के लिए अपने किराए के घर से बाहर निकले, ताकि वो परिवार के साथ बाजार जाकर कुछ चीजें खरीद सकें। लेकिन हाईवे क्रॉस करते हुए उनकी यह वॉक उनकी जिंदगी की आखिरी वॉक बन गई। उनके परिवार से उन्हें हमेशा के लिए छीन लेने का जिम्मेदार कौन है? हर रोज लाखों भारतीय सडक़ों पर निकलते हैं, लाखों लोग अत्यधिक असुरक्षित परिस्थितियों में सडक़ पार करने को मजबूर होते हैं और उनमें से 400 से ज्यादा कभी घर लौटकर नहीं आते, वैसे ही, जैसे डेराबस्सी ने उस दिन अजय को हमेशा के लिए खो दिया। भारत में सडक़ दुर्घटनाओं में हर साल 150,000 से ज्यादा लोग मौत का शिकार हो जाते हैं। 15 से 29 साल के लोगों की होने वाली अप्राकृतिक मौतों का सबसे बड़ा कारण ये दुर्घटनाएं हैं। सडक़ दुर्घटनाओं में मरने वाले आधे लोग पैदल चालक, साइकिल चालक और मोटरसाइकल चालक हैं। सडक़ दुर्घटनाओं में लगने वाले जख्म और मौतों का व्यक्ति, समुदायों और देशों पर बहुत गहरा प्रभाव पड़ता है। उन्हें हैल्थकेयर के अत्यधिक महंगे खर्च वहन करने पड़ते हैं, अस्पतालों में बेड्स की कमी का सामना करना पड़ता है, महंगे संसाधनों का उपयोग करना पड़ता है, जिससे उनकी प्रोडक्टिविटी और संपन्नता में काफी कमी आ जाती है और उन पर गहरा सामाजिक व आर्थिक भार पड़ता है। यह ऐसा संकट है, जिस पर अगर कोई कार्यवाही न की गई, तो यह और ज्यादा विक्राल हो सकता है। क्लब डी2एस - ड्राईव स्मार्ट ड्राईव सेफ (डी2एस) के बारे में-क्लब डी2एस - ड्राईव स्मार्ट ड्राईव सेफ (डी2एस) एक सेक्शन 25 कंपनी है। इस एनजीओ का उद्देश्य लोगों को सडक़ सुरक्षा पर शिक्षित करना एवं भारतीय सडक़ों पर होने वाली सडक़ दुर्घटनाओं एवं मौतों को कम करना है। जगरुकता एवं रैलियों, सुरक्षा अभियानों, नुक्कड़ नाटकों, विशेष ईवेंट्स एवं पारंपरिक और सोशल मीडिया अभियानों द्वारा हम सडक़ सुरक्षा के प्रति जागरुकता बढ़ाना तथा सडक़ पर चलने की सर्वश्रेष्ठ विधियों के लिए नागरिकों से जुडऩा चाहते हैं

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