नर्सों व
सिलेब्रिटि ने रैम्प वॉक कर नर्सेज डे मनाया
एन टी 24 न्यूज़
विनय कुमार
मोहाली
सिलेब्रिटि और मॉडल्स ने शनिवार को प्राचीन
कला केंद्र, मोहाली में नर्सेज डे को मनाते हुए रैम्प वॉक किया। कार्यक्रम का आयोजन
सीनियर कार्डियोलॉजिस्ट वकार्डियोमोर्सन के ग्लोबल चेयरमैन डॉ. दीपक पुरी द्वारा किया
गया था। शैलजा, मिस इंडिया ब्यूटी क्वीन, डॉ. टेटियाना कापरानोवा, मॉडल एंडोक्रिनोलॉजिस्ट,
हेमंत मेहता, फाइनलिस्ट ग्रेसिम मिस्टर इंडिया,
आर्यमन, मिस्टर सेंट्रल इंडिया और बेस्ट
सपोर्टिंग एक्टर कलर्स टीवी, निहारिका पाहवा, मिस पंजाब 2018 व मिस एवा इंडिया, याशना बावा, मिस इंडिया ब्यूटी क्वीन, डॉ.डिम्पल शर्मा, मिसेज इंडियन प्राइड ऑफ नेशनल
राइजिंग, सैम रतन, मॉडल और यशिक सरीन,
मिस नॉर्थ इंडियन सुपर मॉडल ने
इस मस्ती और मनोरंजन से भरपूर कार्यक्रम में हिस्सा लिया । इस मौके पर हेल्दी
लाइफस्टाइल पर एक स्पेशल सेशन का भी आयोजित किया गया। डॉ. पुरी जो आईवी हॉस्पिटल, मोहाली में एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर, कार्डिक साइंसिज
भी हैं, ने कहा कि नर्सें रोगियों की देखभाल में बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभाती
हैं।
उनके काम में उनसे काफी अपेक्षा की जाती है और गंभीर मरीजों की देखभाल में उन पर काफी दबाव रहता है और उन्हें अक्सर नाइट शिफ्ट्स आदि भी करती हैं। यह सब उनके स्वास्थ्य पर प्रतिकूल प्रभाव डालता है और जीवनशैली से जुड़ी बीमारियों के खतरे को भी बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि मेडिकल स्टडीज से पता चला है कि क्रिटिकल एरिया में काम करने वालों को अक्सर तनाव, हताशा, डायबटीज, हायपरटेंशन, हार्ट रोग, स्ट्रोक और कैंसर आदि रक्तचाप हृदय रोग स्ट्रोक और कैंसर आदि के साथ शारीरिक और मानसिक विकारों का जोखिम बना रहता है। डॉ.पुरी ने कहा कि वल्र्ड हार्ट फैडरेशन ने सिफारिश की है कि कार्यस्थल पर हर रोज 30 मिनट की मनोरंजक गतिविधियों का प्रावधान होना चाहिए और इससे उनके कामकाज में भी बेहतरी आती है और इससे उनकी अनुपस्थिति को 30 प्रतिशत तक कम करने में सफलता मिली है । वॉक योग और एरोबिक्स जैसी सरल गतिविधियां न केवल तनाव को दूर कर सकती हैं, बल्कि एक ही समय में कैलोरीज भी बर्न करती हैं और मन को खुश रखती हैं। डॉ.पुरी ने बताया कि शरीर और हृदय की मांसपेशियों का व्यायाम करने से शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य को बेहतर करने में मदद मिलती है। इसके साथ ही इससे आपसी संबंधों को बेहतर करने और कर्मचारियों के साथ प्रबंधन के संबंध मजबूत होते हैं, जिससे उनकी उत्पादकता में भी सुधार होता है ।
उनके काम में उनसे काफी अपेक्षा की जाती है और गंभीर मरीजों की देखभाल में उन पर काफी दबाव रहता है और उन्हें अक्सर नाइट शिफ्ट्स आदि भी करती हैं। यह सब उनके स्वास्थ्य पर प्रतिकूल प्रभाव डालता है और जीवनशैली से जुड़ी बीमारियों के खतरे को भी बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि मेडिकल स्टडीज से पता चला है कि क्रिटिकल एरिया में काम करने वालों को अक्सर तनाव, हताशा, डायबटीज, हायपरटेंशन, हार्ट रोग, स्ट्रोक और कैंसर आदि रक्तचाप हृदय रोग स्ट्रोक और कैंसर आदि के साथ शारीरिक और मानसिक विकारों का जोखिम बना रहता है। डॉ.पुरी ने कहा कि वल्र्ड हार्ट फैडरेशन ने सिफारिश की है कि कार्यस्थल पर हर रोज 30 मिनट की मनोरंजक गतिविधियों का प्रावधान होना चाहिए और इससे उनके कामकाज में भी बेहतरी आती है और इससे उनकी अनुपस्थिति को 30 प्रतिशत तक कम करने में सफलता मिली है । वॉक योग और एरोबिक्स जैसी सरल गतिविधियां न केवल तनाव को दूर कर सकती हैं, बल्कि एक ही समय में कैलोरीज भी बर्न करती हैं और मन को खुश रखती हैं। डॉ.पुरी ने बताया कि शरीर और हृदय की मांसपेशियों का व्यायाम करने से शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य को बेहतर करने में मदद मिलती है। इसके साथ ही इससे आपसी संबंधों को बेहतर करने और कर्मचारियों के साथ प्रबंधन के संबंध मजबूत होते हैं, जिससे उनकी उत्पादकता में भी सुधार होता है ।
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