विनय
कुमार
चंडीगढ़
मेहरचंद महाजन डीएवी
कॉलेज फॉर वीमेन के इंस्टीट्यूशन इनोवेशन सेल (आई आई सी) ने आईसीसी आईपीओ, आई पी आर अवेयरनेस प्रोग्राम फॉर वीमेन इंस्टीट्यूट्स आयोजित किया जिसका
उद्देश्य इंटेलेक्चुअल प्रॉपर्टी राइट्स के बारे में छात्राओं एवं प्राध्यापिकाओं
को सजग करना था। इस अवसर पर कॉलेज की
प्रिंसिपल डॉ निशा भार्गव बतौर मुख्यातिथि उपस्थित थी। डॉ भार्गव ने श्रोताओं को एक प्रस्तुति द्वारा
कॉलेज की उल्लेखनीय उपलब्धियों से अवगत कराते हुए कहा कि यह शोध, नवोन्मेष एवं उधमशीलता की बढ़ोत्तरी का प्रयास है। शोध एवं बौद्धिक संपत्ति अधिकार के क्षेत्र में
डॉ भार्गव के अनुसार उधोग व शैक्षिक योग्यता का पारस्परिक सहयोग नवोन्मेष संस्कृति
का मूलाधार है। उन्होंने यह भी कहा कि यह
कॉलेज युवा मस्तिष्क को इन नवीन विचारों एवं अभ्यासों के प्रति सजग कर उन्हें
प्रेरित एवं जाग्रत करने में निरंतर प्रयत्नशील रहा है। आई सी सी नॉर्दन रीजन
कौंसिल के अध्यक्ष श्री इंदरदीप सिंह ने इस बात पर बल दिया कि आई पी सम्पन्नता के
इंजन को चलाने वाला ईंधन है। और कॉलेज या
कोई भी शैक्षिक संस्थान, ज्ञान का स्त्रोत होने के
कारण आई पी गतिविधियों एवं नवोन्मेषशीलता
के लिए सक्रीय प्रोत्साहन दे सकती है।
मिनिस्ट्री ऑफ़ कॉमर्स एन्ड इंडस्ट्रीज के आई पी ओ के एग्जामिनर ऑफ़ पेटेंटस ;डिज़ाइन श्री मनोज कुमार सिंह ने छात्राओं को भारत में वैधिक आवश्यकताओं एवं
पेटेंट सुरक्षा के लिए फाईलिंग प्रक्रियाओं
कराया। तकनिकी सत्र के दौरान आर के
दीवान एन्ड को. की एडवोकेट सुश्री ईशा गांधी ने आई पी के विविध रूपों जैसे करेंट
आई पीरिजिम,
आई पी आइडेंटिफिकेशन एन्ड क्रिएशन, आई
पी फॉर वीमेन की भूमिकाएं एवं महत्व आदि पर चर्चा की। खुराना एन्ड खुराना के प्रिंसिपल असोसिएट
पेटेंट्स,
सुश्री गुरमीत कौर नंदा ने आई पी सुरक्षा डॉक्युमेंटेशन एवं
पंजीकरण प्रक्रिया पर प्रकाश डाला। आनंद
एन्ड आनंद की सुश्री ट्विंकी रामपाल ने सहभागियों को उपयुक्त केस स्टडीज की सहायता
से ट्रेडमार्क एन्ड कॉपीराइट्स लॉ के बारे में शिक्षित किया। सुश्री गुरमीत नंदा ने वर्तमान शोध एवं इस उधोग
की लाइसेंसिंग के लाभ के बारे में बताया।
आई सी सी नॉर्दन रेजन के रीजनल डायरेक्टर श्री देबमल्या बनर्जी ने धन्यवाद
ज्ञापित करते हुए स्टार्ट अप्स एवं नवोन्मेष शीलता को प्रगति के लिए अनिवार्य
बताया ।
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