4 दिवसीय नाबार्ड नैबक्राफ्ट मेले
का राज्यपाल ने किया उद्घाटन
एन टी 24 न्यूज़
विनय कुमार शर्मा
चंडीगढ़
श्री वी.पी.सिंह बदनोर,
माननीय
राज्यपाल, पंजाब और प्रशासक यूटी चंडीगढ़ ने
दिनांक 09 जनवरी, 2020 को हिमाचल भवन, सेक्टर
28,
चंडीगढ़
में नाबार्ड द्वारा आयोजित नैबक्राफ्टमेले का उद्घाटन किया. मेले मेंपंजाबगुजरात,
हरियाणा,
हिमाचल
प्रदेश, ओडिशा, मध्य
प्रदेश, पश्चिम बंगाल,
बिहार,
झारखंड,
छत्तीसगढ़,
उत्तर
प्रदेश, उत्तराखंड,
जम्मू
और कश्मीर, केरल, कर्नाटक
और महाराष्ट्रजैसे कई अन्य राज्यों के ग्रामीण कारीगरों, एसएचजी
और एफपीओ ने उनके विभिन्न उत्पादों के प्रदर्शन के लिए 60 स्टॉल लगाए हैं. माननीय
राज्यपाल ने नैबक्राफ्ट मेले का उद्घाटन कर सभी स्टालों को देखा और विभिन्न मेला
प्रतिभागियों के साथ बातचीत की. उन्होंने विभिन्न उत्पादों की सराहना की और
कारीगरों को प्रोत्साहित किया. उन्होंने नाबार्ड द्वारा मेले के आयोजन की पहल की
सराहना की और इस बात पर जोर दिया कि कारीगरों और एसएचजी की आजीविका को बनाए रखने
और उन्हें प्रोत्साहित करने के लिए, निरंतर मार्किट सहयोग और इस तरह की प्रदर्शनियां
और मेलों के आयोजन करने की आवश्यकता है. श्री
जे.पी.एस. बिंद्रा, नाबार्ड
पंजाब क्षेत्रीय कार्यालय के मुख्य महाप्रबंधक ने ग्रामीण कारीगरों,
एसएचजी
और एफपीओ को नाबार्ड द्वारा दी जा रही विभिन्न वित्तीय एवं अन्य सहायताओं के बारे
में विस्तार से बताते हुए कहा कि लगातार दूसरी बार नाबार्ड द्वारा कारीगरों और एफपीओ
के उत्पादों को बढ़ावा देने के लिए इसविशेष मेले का आयोजन किया गया है. उन्होंने
बताया कि नैबक्राफ्ट मेला दिनांक 9 से 13 जनवरी 2020 तक आयोजित किया गया है और यह
मेला दिनांक 9 से 12 जनवरी 2020 तक प्रात: 10.30 से रात 8 बजे तक एवं 13 जनवरी
2020 को प्रात: 10.30 से अपराह्न 2.30 बजे तक पब्लिक के लिए खुला रहेगा. उन्होंने
कहा कि नैबक्राफ्ट मेले में ग्रामीण कारीगरों, एसएचजी
और एफपीओ को अपने उत्पादों की प्रदर्शनी से मार्केटिंग के अवसर के साथ – साथ
नेटवर्किंग के लिए प्लेटफॉर्म भी मिलेगा. पंजाब
में नाबार्ड द्वारा समर्थित विभिन्न गतिविधियों पर प्रकाश डालते हुए उन्होंने
बताया किनाबार्ड ने अब तक 45,000 एसएचजी को बढ़ावा दिया है,
जिनमें
से लगभग 30,000एसएचजी को उनकी सामाजिक और आर्थिक जरूरतों के लिए बैंकों के साथ
जोड़ा गया है.सामूहिक रूप से बीज, उर्वरक
जैसे इनपुट कीआवश्यकताओं की पूर्ति और सुचारू विपणन परआधारितमॉडल के माध्यम से
किसानों की आय बढ़ाने के लिए नाबार्ड ने पंजाब में एफपीओ का गठन किया है. पंजाब
में 102 एफपीओ हैं, जिनमें
से कुछ एफपीओके पास मंडी लाइसेंस भी हैं.नाबार्डग्रामीण कारीगर,
एसएचजीसदस्यों
और अन्य के लिए आय और रोजगार सृजन हेतु विभिन्न कौशल विकास / अपग्रेडेशन और
प्रशिक्षण कार्यक्रमों के लिए वित्तीय सहायता प्रदान करता है. मेले में प्रदर्शित
किए जा रहे विभिन्न उत्पादों में वुडन इनले आइटम, वुडन आर्ट वर्क, ओडिशा का ढोकरा हैंडीक्राफ्ट,
ट्राइबलज्वेलरी, वुड कार्विंग,अंगोरा शॉल, चमड़े
का काम, सफेद धातु की मीनाकारी वर्क-प्लेट्स / मध्यप्रदेश
के बर्तन, घर की सजावटी वस्तुएं,
हस्तनिर्मित
एप्लीक वर्क,कॉयर वर्क, हैंडलूम साड़ी, हाथ
से बनी वॉल हैंगिंग, हस्तनिर्मित ऊनी कपड़े जैसे मफलर, कैप,
स्टॉल,
लाहौली
मोजे,
कुल्लवी
शॉल,
हस्तकला
मक्रम डोरी सजावटी सामान, पंजाब
से फुलकारी, पंजाबी जुत्ती,
ट्वीड
और जूट जैकेटस, जूट
बैग,
जूट
आइटमस,
आर्गेनिक
उत्पाद और उपर्युक्त राज्यों से विभिन्न अन्य आइटम भी शामिल हैं.
No comments:
Post a Comment