आम आदमी पार्टी के विधायक और अन्य नेतागण गांव बुर्ज जवाहर सिंह वाला के गुरुद्वारा साहिब में हुए नतमस्तक
आम आदमी पार्टी की सरकार पंजाब में बनने पर पंजाब और समूह गुरू नानक नाम
लेवा संगत को इंसाफ़ दिया जाएगा- हरपाल सिंह चीमा
कैप्टन अमरिंदर सिंह ने बेअदबी और गोलीकांड के लिए जिम्मेवार आरोपियों को
विशेष जांच समितियां और अदालती प्रक्रिया के द्वारा बचाने का काम किया
ऐडवोकेट अतुल नंदा ने कैप्टन और बादलों के बीच एक विचौले के तौर पर काम
किया
एन टी 24 न्यूज़
विनय कुमार शर्मा
फरीदकोट
/चंडीगढ़
आम आदमी पार्टी (आप) पंजाब के सीनियर नेता और पंजाब विधान सभा में
नेता प्रतिपक्ष हरपाल सिंह चीमा ने वायदा किया कि जब 2022
में आम आदमी पार्टी की सरकार पंजाब में बनेगी तो श्री गुरु ग्रंथ
साहिब की बेअदबी और इंसाफ़ मांग रहे सिक्खों पर अत्याचार करने वाले जिम्मेवार
लोगों को जेलों में फेंका जायेगा और पंजाब और समूह गुरू नानक नाम लेवा संगत को
इंसाफ़ दिया जायेगा। इस से पहले आम आदमी पार्टी के विधायक और अन्य नेतागण हरपाल
सिंह चीमा के नेतृत्व में गांव बुर्ज जवाहर सिंह वाला के गुरुद्वारा साहिब में
नतमस्तक हुए और उन्होंने श्री गुरू ग्रंथ साहिब की बेअदबी मामले में इंसाफ़ लेने
के लिए की गई अरदास में हिस्सा लिया। इस के बाद समूची टीम ने गांव सरावां जा कर
गोलीकांड में मारे गए एक नौजवान के परिवार से मुलाक़ात की। इस समय पत्रकारों के
साथ बातचीत करते हरपाल सिंह चीमा ने कहा कि यह बड़े दुख की बात है कि श्री गुरु
ग्रंथ साहिब की बेअदबी और इंसाफ़ मांग रहे दो सिक्ख नौजवानों को पुलिस की ओर से
कत्ल किए जाने को छह साल से ज्यादा का समय हो गया है, परन्तु
गुरू नानक नाम लेवा संगत, पीडि़त परिवारों और पंजाब के लोगों
को इन मामलों में इंसाफ़ नहीं मिला है। चीमा ने कहा कि
पंजाब का बच्चा बच्चा जानता है कि साल 2015 में गुरू साहिब
की बेअदबी और गोलीकांड के लिए उस समय की समूची सरकार, तत्कालीन
मुख्यमंत्री, गृहमंत्री, पंजाब पुलिस
का प्रमुख और जिले का एस.एस.पी जिम्मेवार हैं। उन्होंने कहा कि कैप्टन अमरिंदर
सिंह ने 2017 की विधान सभा चुनाव के दौरान श्री गुटका साहिब
की कसम खाई थी कि श्री गुरु ग्रंथ साहिब की बेअदबी और सिक्खों के कातिलों को
सलाखों के पीछे फेंका जायेगा, लेकिन कैप्टन अमरिंदर सिंह ने
इन दुर्घटनाओं के लिए जिम्मेवार आरोपियों को विशेष जांच टीम और अदालती प्रक्रिया
के द्वारा बचाने का ही काम किया है।
हरपाल सिंह चीमा ने दोष लगाया कि कैप्टन अमरिंदर सिंह और बादल
परिवार पंजाब की सत्ता में आ कर एक दूसरे को बचाने का ही काम करते हैं। कैप्टन की
सरकार और सारी सरकारी मशीनरी गुरू की बेअदबी और सिक्खों के कातिलों को बचाने में
लगी हुई है। उन्होंने कहा कि जब सारा पंजाब बेअदबी और गोलीकांड मामलों में इंसाफ़
होने की उम्मीद लगाई बैठा था, उस समय कैप्टन का एडवोकेट जनरल
अतुल नंदा छुट्टी लेकर घर बैठ गया और बाहर से लाकर कोई साधारण वकील अदालत में भेज
दिया, जिस कारण सिक्ख संगतों काफी निराशा हुई। चीमा ने कहा
कि यह सब कुछ कैप्टन ने एक साजिश के अंतर्गत किया है। एडवोकेट अतुल नंदा कैप्टन और
बादलों के बीच एक विचौले के तौर पर काम करता है, इसी लिए अब
तक बनाईं गई जांच कमेटियां बेनतीजा ही रही। इस समय पंजाब विधान सभा में नेता
प्रतिपक्ष की उप नेता बीबी सरबजीत कौर माणूंके, पूर्व लोक
सभा मैंबर प्रो. साधु सिंह, विधायक कुलतार सिंह संधवां,
विधायक बलदेव सिंह जैतो, विधायक प्रो.
बलजिन्दर कौर, विधायक जगतार सिंह जग्गा रायकोट और अन्य
सीनियर नेता उपस्थित थे।
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