चंडीगढ़ नहीं, लगता है अयोध्या पहुंच गया हूँ -कुमार विश्वास
550 साल बाद यह पर्व
आया है कि राम का मंदिर बनने जा रहा है मेरा यह सौभाग्य है कि मुझे भी 22 तारीख की निमंत्रण मिला है यह हम सब के लिए सौभाग्य का दिन होगा - कुमार
विश्वास
मेरा यह शरीर इस पावन अवसर को देखने के
लिए जाएगा इसलिए मैं अपने आप को भी बधाई देता हूं - कुमार विश्वास।
राम सृष्टा भी हैं और सृष्टि भी हैं, राम दृष्टा भी हैं और दृष्टि भी हैं, राम मनहर भी
हैं और मनस्वी भी हैं, राम मानस भी हैं और गीता भी हैं,
राम हैं राम भी और राम सीता भी हैं, राम राजा
भी हैं और तपस्वी भी हैं...
चंडीगढ़
वाह, लगता है
जैसे में चंडीगढ़ नहीं अयोध्या ही पहुंच गया हूं। ये शब्द हैं प्रख्यात कवि कुमार
विश्वास के। वे मंगलवार को चंडीगढ़ सेक्टर 34 कथास्थल में पहुंचे थे। कुमार विश्वास की कथा
का श्रवण करने के लिए हजारों की संख्या में भक्त कथा स्थल पहुंचे। कवि राज कुमार विश्वास ने कहा कि चंडीगढ़
कथास्थल को श्री राम कृपा सेवा ट्रस्ट ने अयोध्या जैसा ही पावन सजा दिया है । अगर
अयोध्या आगमन किसी भी मनुष्य के लिए मोक्ष और पुण्य जैसा है तो यह कथास्थल भी चंडीगढ़ के लोगों के लिए अयोध्या जाने जैसा ही है ।
उन्होंने कहा कि अयोध्या मनु की राजधानी है और पहला मनुष्य और मानव यही तैयार हुआ। हम हों कहीं के भी लेकिन मूल निवासी हैं अयोध्या के ही हैं। राम मंदिर पर
कहा 500 वर्षों की तपस्या पूरी हो रही है। यह है
दुर्भाग्यपूर्ण की ऐसा समय देखना पड़ा। सबसे दुर्भाग्यपूर्ण है कि लोकतंत्र आने के
बाद भी मंदिर राजनीति का विषय बना। वर्ना यह सब पारस्परिक सहमति से हो जाना चाहिये
था 22 जनवरी को भगवान श्रीराम की प्राण प्रतिष्ठा हो रही जो
कहते हैं कि राम मंदिर प्रधानमंत्री ने बनाया, पार्लियामेंट
ने बनाया लेकिन वास्तव में इसे बनाया है उसने। ये भगवान
श्रीराम की मंशा थी और उसने ही अपनी दो ईंटें सीधी रख दीं तो मंदिर बन गया। इस पर
कवि ने भगवान श्रीराम का व्याख्यान करते हुए राम सृष्टा भी हैं और सृष्टि भी हैं,
राम दृष्टा भी हैं और दृष्टि भी हैं, राम मनहर
भी हैं और मनस्वी भी हैं, राम मानस भी हैं और गीता भी हैं,
राम हैं राम भी और राम सीता भी हैं, राम राजा
भी हैं और तपस्वी भी हैं... श्री राम सेवा कृपा ट्रस्ट के जगमोहन गर्ग प्रदीप बंसल
मेयर अनूप गुप्ता , नवराज मित्तल
ने कहा हमारी कोशिश है कि शहर वासी राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा पर अयोध्या ना
जाने पर मायूस होने की बजाय यहीं रहकर अयोध्या का आनंद उठाएं इसीलिए हम 22 तारीख तक शहर को राम में करने में कोई कसर नहीं छोड़ेंगे , 500 वर्षों की सबसे भव्य व राममय दिवाली चंडीगढ़ में होगी ।
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