पियरे जेनरेट की पुण्यतिथि पर छात्रों ने जाना शहर की वास्तुकला में उनका योगदान
चंडीगढ़, विनय कुमार : पर्यटन विभाग ने प्रसिद्ध
वास्तुकार पियरे जेनरेट की पुण्यतिथि को उनके अद्वितीय योगदान को याद करते हुए कई कार्यक्रमों
के साथ मनाया। जेनरेट को चंडीगढ़ की स्थापत्य पहचान का महत्वपूर्ण स्तंभ माना जाता
है। सबसे पहले सेक्टर-5 स्थित पियरे जेनरेट संग्रहालय में एक इंटरैक्टिव शैक्षिक सत्र
आयोजित किया गया, जिसमें स्कूली छात्रों ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। बच्चों को जेनरेट
के जीवन, उनके काम, और चंडीगढ़ की आधुनिक वास्तुकला गढ़ने में उनकी भूमिका के बारे
में जानकारी दी गई। इसके बाद पर्यटन विभाग ने छात्रों के लिए एक गाइडेड टूर भी आयोजित
किया, जिसमें उन्हें शहर की वास्तुकला विरासत से रूबरू कराया गया । शाम के समय एलायंस
फ़्राँसेज़ के सहयोग से एक विशेष स्मृति कार्यक्रम हुआ, जिसका संचालन संस्था की निदेशक
फियोना गुएरा ने किया। हाई-टी के बाद जेनरेट के जीवन और कार्यों पर आधारित एक प्रस्तुति
दी गई । कार्यक्रम की मुख्य वक्ता चंडीगढ़ कॉलेज ऑफ आर्किटेक्चर की विज़िटिंग प्रोफेसर
निकिता किंगर रहीं। उन्होंने जेनरेट के योगदान और ले कॉर्बूज़िए के साथ उनकी साझेदारी
को विस्तार से समझाया। उन्होंने बताया कि कैसे जेनरेट ने चंडीगढ़ की आधुनिक वास्तुकला
को आकार दिया और कैसे उनके विचार आज भी शहर की पहचान बने हुए हैं।

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