चंडीगढ़ की युवती अनाहिता ने शुरू की मासिक धर्म संबंधी जागरूकता मुहिम
एन टी 24 न्यूज़विनय कुमार
चंडीगढ़
विश्व
मासिक धर्म स्वच्छता दिवस पर,
मासिक धर्म से जुड़े अंधविश्वासों एवं भ्रांतियों को तोडऩे तथा वंचित
लड़कियों व महिलाओं को स्वच्छ जीवन प्रदान करने के प्रयास में, शहर की एक युवती, अनहिता खन्ना ने मासिक धर्म स्वच्छता
जागरूकता से संबंधित एक अभियान शुरू किया है। वे जय हिंद कॉलेज, मुंबई से मास मीडिया में स्नातक की पढ़ाई कर रही हैं। यह अभियान अनाहिता
खन्ना फाउंडेशन (एकेएफ) के तहत शुरू
किया गया है, जिसे अनहिता ने ही स्थापित किया है। एकेएफ एक चंडीगढ़ स्थित धर्मार्थ
ट्रस्ट है जो सामाजिक कल्याण के विभिन्न क्षेत्रों में काम करेगा। विन्स प्रोजेक्ट
के तहत रोटरी मेन्स्ट्रुअल हाइजीन मैनेजमेंट पहल के सहयोग से फाउंडेशन ने बापूधाम और सकेतड़ी क्षेत्र में, कक्षा 6 से 10 वीं तक
की लड़कियों और महिलाओं को हर महीने मुफ्त सैनिटरी नैपकिन वितरित करने के लिए एक परियोजना
शुरू की है। एकेएफ
लड़कियों और महिलाओं को मासिक धर्म स्वच्छता के बारे में जागरूक करने के लिए मासिक
धर्म स्वच्छता प्रबंधन
(एमएचएम) सत्र भी आयोजित करेगा। अनाहिता ने कहा, 'मैं अपने परिवार
से ग्रहण किये मूल्यों को आगे बढ़ाते हुए, ऐसे सामाजिक मुद्दों
पर काम करने की कोशिश कर रही हूं जो मेरे दिल के करीब हैं। मैं इस तरह से काम करना
चाहती हूं कि वंचित वर्गों को मुख्यधारा में लाया जा सके। आइडिया यह है कि ऐसे सामाजिक
अभियान चलाये जाएं, जिनका समाज पर रचनात्मक प्रभाव पड़े। यही
मेरी प्राथमिकता रहेगी। ' उन्होंने यह भी
कहा कि भारत के कई हिस्सों में माहवारी के विषय पर बात करना अभी भी वर्जित माना जाता
है और इसे एक कलंक या शर्म का विषय माना जाता है। इस दकियानूसी सोच को बदलने की जरूरत
है। एकेएफ में, हम महिलाओं में अधिक जागरूकता फैलाने और उन्हें
मासिक धर्म स्वच्छता प्रबंधन के बारे में उचित शिक्षा देने की कोशिश करेंगे, ' अनाहिता ने कहा । एकेएफ को सैनिटरी नेपकिन
के वितरण और समाज के वंचित वर्ग की लड़कियों के बीच स्वच्छता का प्रचार करने का अवसर
देने के लिए उन्होंने रोटरी क्लब ऑफ चंडीगढ़ के अध्यक्ष एपी सिंह का आभार व्यक्त किया। श्री एपी सिंह
ने अनाहिता को ऐसी कल्याणकारी परियोजनाएं अपनाने के लिए प्रोत्साहित किया जो सद्भावना,
शांति और 'स्वयं से पहले सेवा ' जैसे रोटरी आदर्शों को आगे बढ़ाएं। उल्लेखनीय
है कि एकेएफ ने कई रोटरी परियोजनाएं शुरू की हैं, जैसे सकेतड़ी
जैसे गांवों में मिड-डे मील और क्रेच की सुविधाएं प्रदान करना।
एकेएफ के तहत, सामाजिक समस्याओं का एक व्यापक स्पेक्ट्रम शामिल
करते हुए, अनाहिता सैनिकों के जीवन के बारे में जागरूकता पैदा
करना चाहती हैं और उनके परिजनों की शिक्षा व सशक्तीकरण में योगदान देना चाहती हैं।
उन्होंने सेवारत और सेवानिवृत्त सैनिकों के दिव्यांग बच्चों के लिए एक परियोजना को
पहले ही अंतिम रूप दे दिया है।
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