Thursday, 6 December 2018

NT24 News : चंडीगढ़ लेक क्लब एमएलएफ-2018 के 3 दिवसीय जश्न आगाज के लिए तैयार


चंडीगढ़ लेक क्लब एमएलएफ-2018 के 3 दिवसीय जश्न आगाज के लिए तैयार
एन टी 24 न्यूज़
विनय कुमार
चंडीगढ़
हर शहरवासी को लंबे अरसे से आयोजित होने वाले 3 दिवसीय मिलिट्री लिट्रेचर फैस्टीवल (एमएलएफ)-2018 का इंजतार रहता है । अब ये इंतजार खत्म हो चुका है । फेस्ट के उद्घाटनी समारोह की तैयारियां पूरी हो चुकी हैं । शुक्रवार को चंडीगढ़ लेक क्लब में होने वाले इस फेस्टिवल का औपचारिक उद्घाटन पंजाब के राज्यपाल वी.पी सिंह बदनौर द्वारा किया जाएगा । फेस्ट में सभी ईवेंट्स के नि:शुल्क दाखिले की सुविधा वाला यह एमएलएफ -2018 नौजवानों को भारतीय सेना की महान विरासत से अवगत करवाएगा और इस दौरान कई किस्म की सांस्कृतिक गतिविधियां, पकवान और लोगों के लिए अलग मुकाबले भी करवाए जाएंगे । तीन दिनों (7 से 9 दिसंबर ) तक चलने वाले इस फैस्टीवल को मुख्यमंत्री पंजाब, कैप्टन अमरिंदर सिंह, राज्यपाल वी.पी सिंह बदनौर, सेना के माहिर इतिहासकारों और वेस्टर्न कमांड, भारतीय सेना के साझे यत्नों और सहृदय पहलकदमियों के स्वरूप आयोजित किया जा रहा है अन्य जानकरी देते हुए सरकारी प्रवक्ता ने बताया कि राज्यपाल के उद्घाटन समारोह के बाद पहले दिन की शुरूआत सेना के इतिहासकारों और माहिरों द्वारा जोशीले सैशन के साथ होगी और सेना की युद्ध कलाओं के नीतिज्ञों द्वारा सेना के इतिहास और साहित्य के साथ सम्बन्धित अलग -अलग विषयों पर चचार्एं भी आयोजित की जाएंगी । इस समागम का पहला सैशन रोल ऑफ क्रास बॉर्डर आप्रेशन्ज और सर्जीकल स्ट्राईक्स पर आधारित होगा जिसमें लेफ्टिनेंट जनरल डी.एस हुड्डा, लेफ्टिनेंट जनरल एन.एस बराड़, लेफ्टिनेंट जनरल जे.एस चीमा और कर्नल अजय शुक्ला द्वारा भाग लिया जाएगा । इसी तरह दूसरे सैशन में पहले विश्व युद्ध के साथ संबंधित पंजाबी कविताएं, साहित्य और स. याचारक अलग-अलग पेशकारी मशहूर लेखकों जैसे बब्बू तीर, सुरजीत पात्तर, स्वराज बीर सिंह, आई.पी.ऐस (माडरेटर) की तरफ से जायेगी और पिरो: जसबीर सिंह, डा: मनमोहन सिंह, आई.पी.एस और ब्रिगेडियर के.एस काहलों पैनल में मौजूद रहेंगे । दूसरे दिन मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह की तरफ से पहले विश्व युद्ध में भारत की तरफ से दिए गए योगदान संबंधी अपने विचार पेश किए जाएंगे जिसका संचालन और स्कुऐड्रन लीडर आर.टी.एस छीना करेंगे और इस मौके पर प्रो. डेविड ओमिस्सी, प्रो. अंजू सूरी, सांतनु दास और लेफ्टिनेंट जनरल एन.एस बराड़ की तरफ से भी भाग लिया जाएगा ।  आजादी के बाद भारतीय सेना की तरफ से लड़ी जंगों और इन जंगों के दौरान बिताए कठिन और बेमिसाल सफर पर आधारित 40 के करीब लघु फिल्मों का प्रदर्शन भी इस एमएलएफ में आकर्षण का केंद्र रहेगा ।


No comments: