अंतर्राष्ट्रीय हिन्दू परिषद एवं राष्ट्रिय बजरंग दल
ने शीघ्र राम मंदिर बनाने पर दिया ज़ोर
अगर मंदिर नहीं तो वोट भी नहीं : अजय चौहान
चंडीगढ़
अंतर्राष्ट्रीय हिन्दू परिषद एव
राष्ट्रिय बजरंग दल एवं शिव सेना हिंदुस्तान के नेत्रत्व में हिन्दू संगठनो ने 6
दिसंबर 1992 में हिंदुओं की आस्था एवं स्वाभिमान पर लगे कलंक श्री राम जन्मभूमि पर
बने बाबरी ढांचे की गिरने की वर्षगांठ शौर्य दिवस के रूप में मनाई । मौके पर
पहुंचे कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए अंतर्राष्ट्रीय हिन्दू परिषद चंडीगढ़ के महामंत्री मुनीष बक्शी ने कहा की वर्षो का राम मंदिर निर्माण का धर्म युद्ध निर्णायक मोड पर
पहुँच चुका है । समस्त हिंदुओं के सब्र का बांध अब टूटने की कगार पर है । न्याय की
आस लगाए हिन्दू समाज को सिर्फ धोखा मिल रहा है । उन्होने कहा की राम मंदिर हिंदुओं
की आस्था, सम्मान एवं
स्वाभिमान का विषय है जो रोटी कपड़े और मकान से भी महत्वपूर्ण है । शिव सेना हिंदुस्तान के प्रधान अजय
चौहान ने कहा की लगता है भाजपा जान बूझ कर राम मंदिर के मुद्दे को जीवत
रखना चाहती है ताकि अपनी विफलताओं को यह छुपा सके। यह विपक्ष में थी तो सत्ता की
मांग कर राम मंदिर के मुद्दे पर वोट मांगे अब जब अधिकतर राज्यों में इनकी सरकार है
केंद्र में बहुमत के साथ है और उनके कार्यकाल की समाप्ती तक उन्होने अभी तक राम
मंदिर मुद्दे पर कुछ नहीं किया । अगर मंदिर नहीं तो वोट भी नहीं । सभी
कार्यकर्ताओं ने एक स्वर में संसद में अध्यादेश या कानून का मार्ग द्वारा राम
मंदिर निर्माण की मांग की । मुख्य रूप से उपस्थित लोगो में अहिप के पंजाब प्रदेश
अध्यक्ष विजय सिंह भारद्वाज, राष्ट्रिय बजरंग दल के
पंजाब उपाध्यक्ष द्विजेंद्र डोगरा, अहिप जीरकपुर
अध्यक्ष अजित झा उपस्थित रहे ।
No comments:
Post a Comment