600 चंडीगढ़ स्टूडेंट्स ने छतबीड़ जू में नेचर कैंप्स में
लिया हिस्सा
एन टी 24 न्यूज़
विनय कुमार
चंडीगढ़
यूटी प्रशासन
के पर्यावरण विभाग और शहर की स्वयंसेवी संस्था युवसत्ता की ओर से छतबीड़ जू में
आयोजित नेचर कैंप के दौरान दो सप्ताह में चंडीगढ़ के विभिन्न गवर्नमेंट स्कूलों के
600 स्टूडेंट्स
ने हिस्सा लिया । शुक्रवार को गवर्नमेंट मॉडल सीनियर सेकेंडरी स्कूल, खुड्डा अलि
शेर, गवर्नमेंट
मॉडल सीनियर सेकेंडरी स्कूल, सेक्टर-26 और गवर्नमेंट मॉडल सीनियर सेकेंडरी स्कूल, मौली जागरां
के 150 स्टूडेंट्स
ने हिस्सा लिया था । इस पहल के तहत शहर के
ग्रामीण इलाकों और स्लम्स के स्टूडेंट्स को शिक्षित करने वाले 12 गवर्नमेंट
स्कूलों के वंचित
पृष्ठभूमि वाले स्टूडेंट्स
को छतबीड़
जू ले जाया गया था । अपने विचार साझा करते हुए सेक्टर-18 के गवर्नमेंट
गर्ल्स मॉडल सीनियर सेकेंडरी स्कूल की प्रिंसिपल राज बाला, जिनकी छात्राओं ने भी
नेचर कैंप में हिस्सा लिया था, ने कहा कि इस तरह के भ्रमण के माध्यम से स्टूडेंट्स
यह सीखते हैं कि किस तरह से हम अपने आसपास के पर्यावरण से अपने जीवन में अमूल्य
अंतर्दृष्टि को अपना सकते हैं। गवर्नमेंट मॉडल सीनियर सेकेंडरी स्कूल,धनास की
प्रिंसिपल सीमा ने कहा कि जब उनके स्टूडेंट्स को छतबीड़ जू जाने के बारे में पता
चला को वे बहुत खुश हुए। युवसत्ता के स्वयसेवकों ने उनकी काफी अच्छी देखभाल की और
कुलभूषण कंवर जैसे पर्यावरणविद् ने जिस तरह से स्टूडेंट्स कोपशु और पक्षियों के
जीवन के विभिन्न महत्वपूर्ण पहलुओं की जानकारी दी वह बहुत ही सराहनीय है । इस विजिट की शुरुआत प्रतिभागी स्टूडेंट्स को वाटर
बॉटल्स, पेंस, पैड्स, वेलकम
ड्रिंक्स और स्नैक्स देने के साथ हुई जिसके बाद पर्यावरणविद और यूटी प्रशासन के एन्वायरमेंट एंड वाइल्डलाइफ डिपार्टमेंट के रिसोर्स पर्सन कुलभूषण कंवर ने छतबीड़ जू में उन्हें गाइड किया। कुलभूषण कंवर
ने कहा कि जू से आने के बाद वापसी में स्टूडेंट्स ने बस में फील्ड ट्रिप के दौरान
जो भी देखा उसे साझा किया। और सही मायने में जू की इस विजिट ने हमारे स्टूडेंटस को
जू में हुए वास्तविक अनुभवों को क्लास में पढ़ाए जाने वाले कंसेप्ट्स को आपस में
संबंधित करने में मदद की। हर ट्रिप में उन्होंने स्टूडेंट्स को गाइड किया। छतबीड़
जू के जू एजुकेशन आफिसर हरपाल सिंह ने भी स्टूडेंट्स को संबोधित किया । तबीड़ जू के बारे में जानकारी देते हुए युवसत्ता के
संयोजक प्रमोद शर्मा ने कहा कि स्टूडेंट्स ने छतबीड़ जू के अलग अलग सेक्शन का आनंद
लिया जहां जानवर रखे गए थे। मैमल सेक्शन में उन्होंने हाथी, चीता, भेड़िया, भालू, जंगली बिल्ली
आदि देखे । जबकि रेप्टाइल सेक्शन में वह मगरमच्छ, घड़ियल, कछुए
आदि देखकर खुश हुए। स्टूडेंट्स ने नॉकटर्नल सेक्शन में जहां साही, चमगादड़, सिवेट
कैट आदि देखे वहीं एवइयरी सेक्शन में तोते, सारस, ब्लैक
स्वैन, पेंटेड
स्टार्क आदि देखे । चंडीगढ़ के पर्यावरण निदेशक और चीफ कंजर्वेटर आफ फॉरेस्ट देबेंद्र दलाई ने कहा कि यह
विजिट्स स्वयंसेवी संस्था युवसत्ता के सहयोग से आयोजित की गई थीं जो कि भारत सरकार
के ‘एनवायरमेंट
एजुकेशन, अवेयरनेस
एंड ट्रेनिंग स्कीम’ के तहत थीं । इसका
उद्देश्य चंडीगढ़ के स्कूल और कॉलेजों में सक्रिय 149 ईको क्लब्स
को मजबूत करना और उन्हें सहयोग देना था। प्रोग्राम का समापन सभी प्रतिभागियों को दिए गए लंच
के साथ हुआ ।
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