अखिलेश
यादव को इलहाबाद जाने से रोकने पर भड़के सपाई
समाजवादी
पार्टी ने किया प्रदर्शन फूंका योगी का पुतला
विनय कुमार
चंडीगढ़
उत्तर प्रदेश के
पूर्व मुख्यमंत्री एवं समाजवादी पार्टी के रास्ट्रीय अध्यक्ष को प्रयागराज जाने से
रोकने के विरोध में चंडीगढ़ सपा कार्यकर्ताओं ने विरोध प्रदर्शन किया और तत्कालीन
मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ का पुतला फूंका । सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव के पूर्व
निर्धारित कार्यक्रम कुम्भ में अचला सप्तमी के अवसर पर बाघाम्बरी गद्दी मठ में
साधू संतो के साथ पूजन एवं दोपहर भोज का कार्यक्रम था तत्पश्चात इलहाबाद
विश्वविद्यालय के छात्रसंघ शपथग्रहण कार्यक्रम में शामिल होना था । लेकिन राजनितिक
विद्वेष के कारण प्रदेश की योगी सरकार द्वारा सपा अध्यक्ष को लखनऊ में ही रोक लिया
गया । इसकी खबर लगते ही चंडीगढ़ के सपा कार्यकर्ताओं ने विरोध प्रदर्शन एवं योगी
आदित्यनाथ के खिलाफ नारेबाजी की एवं आज (बुधवार, 13 फरवरी
को) सेक्टर 34, भाजपा कार्यालय के पास योगी आदित्यनाथ का
पुतला दहन किया । प्रदर्शनकारियों की अगुवाई करते हुए सपा प्रदेश अध्यक्ष विक्रम
यादव ने कहा कि ’’ श्री अखिलेश यादव जी को इलहाबाद जाने से
रोकना उत्तर प्रदेश भाजपा सरकार की एक सोची समझी चाल है । “ला
एंड आर्डर” बिगड़ने की आशंका एक ऐसा व्यक्ति कर रहा है जो
समाज में सदैव धार्मिक उन्माद फैलाकर गन्दी राजनीती करता आया है । वह आदित्यनाथ
योगी जिसका काम ही धर्म की आड़ में लोगो को आपस में लडाना, कानून
व्यवस्था का उन्लंघन करना, अभद्र भाषा का प्रयोग करना,
अपने राजनितिक फायदे के लिए किसी के विरुद्ध किसी भी हद तक गिरकर
कार्यवाही करवाना, कानून व्यवस्था बिगड़ने की बात करता है।
जिस व्यक्ति के विरुद्ध हत्या, दंगा भड़काने, भड़काऊ भाषण देने जैसे सैकड़ों संगीन अपराध पंजीकृत हों, समाजवादियों को विध्वंशक आचरण वाला बता रहा है । प्रदेश मुख्य महासचिव एवं
प्रवक्ता अधिवक्ता सुरेंदर ठाकुर ने कहा की “ योगी जी आप तो
कानून व्यवस्था की बात तो मत ही करिये! आप ने अभी जो सड़क मार्ग से प्रसाशन की
अनुमति के बिना जो बंगाल में प्रवेश किया था वो क्या था ?” इस
विरोध प्रदर्शन में चंडीगढ़ प्रदेश सचिव राधेश्याम यादव, राजनारायण
यादव, के. एन. यदुवंशी, अंजू कौल,
पूनम चौधरी, सूचना एवं प्रसारण सचिव अशोक के.
स्वामी, अधिवक्ता सभा अध्यक्ष रजिंदर यादव, फईम अहमद, सरदार जोगिन्दर सिंह, सहित सैकड़ों सपा कार्यकर्त्ता उपस्थित रहे ।
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