25 जनवरी को मनाया जायेगा राष्ट्रीय मतदाता दिवस : जिला मजिस्ट्रेट
मतदाता
दिवस पर आयोजित होंगें विभिन्न कार्यक्रम साथ ही सम्मानित होंगे बी.एल.ओ.
25 जनवरी को मनाया जायेगा राष्ट्रीय मतदाता दिवस : जिला मजिस्ट्रेट
मतदाता
दिवस पर आयोजित होंगें विभिन्न कार्यक्रम साथ ही सम्मानित होंगे बी.एल.ओ.
आप’ ने 26 जनवरी के ‘किसान ट्रैक्टर परेड’ के समर्थन का किया ऐलान
राज्य भर के आप कार्यकर्ता ट्रैक्टर के साथ परेड में शामिल
होंगे: भगवंत मान
मोदी सरकार अपने अडिय़ल रवैये को छोड़े और तुरंत काले कृषि
कानूनों को रद्द करे
विनय कुमार शर्मा
चंडीगढ़
आम आदमी पार्टी ने गणतंत्र दिवस के अवसर पर दिल्ली में 26 जनवरी को
किसानों द्वारा आयोजित की जा रही ट्रैक्टर परेड में शामिल होने की घोषणा की है।
पार्टी मुख्यालय से जारी बयान में आप के प्रदेश अध्यक्ष और सांसद भगवंत मान ने कहा
कि आप के कार्यकर्ता पंजाब के हर गांव से ट्रैक्टर के साथ परेड में शामिल होंगे।
उन्होंने कहा कि आम आदमी पार्टी एक राजनीतिक दल के रूप में नहीं, बल्कि किसान
और मजदूर के सेवक के रूप में आंदोलन में शामिल होगी। आम आदमी पार्टी हमेशा से आम
लोगों के हितों की आवाज उठाने वाली पार्टी रही है और आगे भी पार्टी किसानों, मजदूरों और
गरीब लोगों के संघर्ष में हमेशा साथ रहेगी। उन्होंने कहा कि किसानों द्वारा अपने
अस्तित्व के लिए किए जा रहे आंदोलन,
इतनी बड़ी संख्या में लोगों की भागीदारी और योजनाबद्ध एवं शांतिपूर्ण तरीके से
किए जाने वाला दुनिया का सबसे बड़ा आंदोलन बन गया है। यह लड़ाई केवल काले कानूनों
को निरस्त करने के लिए नहीं है,
बल्कि देश के लोगों के संविधानिक
अधिकारों को बचाने के लिए भी है। शांतिपूर्ण तरीके से ट्रैक्टर मार्च निकालना
किसानों का संवैधानिक अधिकार है,
जिसे सरकार खत्म करने की कोशिश कर रही है। जिस तरह से केंद्र की मोदी सरकार 2014 के बाद से
लोगों के संवैधानिक अधिकारों को कुचल रही है,
वह देश के लिए बहुत खतरनाक है। उन्होंने कहा कि हिटलर के क्रूर शासन की तरह
मोदी सरकार किसान आंदोलन को कुचलने के लिए तमाम तरह के गैरलोकतांत्रिक कदम
उठा रही है। मान ने कहा,
मोदी सरकार के सत्ता में आने के बाद पहले देश की सार्वजनिक कंपनियों को
कॉरपोरेट घरानों के हाथों बेच दिया गया, अब किसानों की जमीन हड़पने के लिए काले कानून लाकर मु_ी भर लोगों
हाथों किसानों को गुलाम बनाने की कोशिश कर रहे हैं। यह बहुत आश्चर्य की बात है कि
लोकतांत्रिक तरीके से चुनी गई सरकार लोगों की बात सुनने के बजाय अडानी-अंबानी जैसे
कॉर्पोरेटों के लिए काम कर रही है। उन्होंने कहा कि आम आदमी पार्टी पहले ही दिन से
काले कृषि कानूनों का विरोध कर रही है। राजनीतिक दल से ऊपर उठकर देश के किसानों के
इस संघर्ष का समर्थन करना हमारा प्राथमिक कर्तव्य है, इसीलिए हम
किसान आंदोलन का समर्थन करने के लिए हरसंभव प्रयास कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि
किसानों के दुख-दर्द को समझते हुए मोदी सरकार को अपना अडिय़ल रवैया छोड़े और
किसानों की मांगों को तुरंत स्वीकार कर तीनों काले कानूनों को तुरंत रद्द करे।
आप प्रतिनिधिमंडल निकाय चुनाव को लेकर राज्य चुनाव आयुक्त से मिला
हरपाल सिंह चीमा के नेतृत्व में ‘आप’ विधायकों का प्रतिनिधिमंडल चुनाव
आयोग पहुंचा
चुनाव में अर्धसैनिक बलों की तैनाती की मांग की
आप की नीतियों से प्रभावित होकर अलग-अलग क्षेत्र के करीब एक दर्जन हस्तियां पार्टी में शामिल हुए
जरनैल सिंह और
हरपाल सिंह चीमा की उपस्थिति में पार्टी में हुए शामिल
शहर में गति सीमा तय करने में तुकेबाज़ी बंद करे
प्रशासन - प्रेम गर्ग
एन टी 24 न्यूज़
विनय कुमार शर्मा
चंडीगढ़
चंडीगढ़ प्रशासन
खुद शहर में सही गति सीमा तय करने के सिस्टम से वाकिफ नहीं है। चंडीपथ पर अलग-अलग गति सीमाएं दिखाने वाले दो
साइन बोर्ड,
सेक्टर 29 और 30 को
विभाजित करते हुए शहर में विभिन्न सड़कों पर अलग-अलग गति सीमा तय करने में यूटी
प्रशासन की ओर से इस लापरवाही को साबित करते हैं।
हल्के वाहनों के लिए साइन बोर्ड एक ही बिंदु पर 50 और
55 की गति सीमा दिखाते हैं।
एक ही सड़क पर अलग-अलग बिंदुओं पर गति सीमा का पालन करने में यात्रियों को
भ्रम की स्थिति से बचने के लिए, आप अध्यक्ष प्रेम गर्ग
द्वारा यह सुझाव दिया गया है कि सारे चंडीगढ़ शहर में वाहनों के साथ एक एकल गति
क्षेत्र होना चाहिए, मोटर वाहनों के लिए अधिकतम सीमा 60
और दो पहिया वाहनों के लिए 50 गतिसीमा काफ़ी
सही रहेगी। आधुनिक टेक्नॉलजी के वाहनों के साथ 50 या 60
की गति पर वाहन को नियंत्रित करना बहुत मुश्किल नहीं है। हर वाहन
स्वचालित रूप से सड़क के किसी विशेष पैच पर यातायात के घनत्व के आधार पर अपने आप
धीमा हो जाता है। शहर की सड़कों पर गति
किसी भी वाहन के सामने और पीछे वाले वाहन पर भी निर्भर करती है। इसलिए शहर की सड़क के किसी भी बिंदु पर
दोपहियों के लिये 50 और कारों के लिए 60 की ऊपरी गति सीमा बहुत अधिक नहीं है, जब तक सड़क पर
कोई ज़्यादा यातायात नहीं हो। और भारी ट्रैफ़िक में 25 या 30
की गति से ड्राइविंग करते हुए भी घर पहुंचने में इन्सान अपने को
भाग्यशाली महसूस करता है।
केंद्रीय
एजेंसियों द्वारा आंदोलनकारी किसानों को धमकाना मोदी सरकार का बेहद शर्मनाक कार्य
: भगवंत मान
एनआईए के माध्यम
से किसानों,
सामाजिक संगठनों और कार्यकर्ताओं को नोटिस भेजना बेहद निंदनीय कदम
है
सरकार को तुरंत
काले कानूनों को निरस्त करना चाहिए
एन टी 24 न्यूज़
विनय कुमार शर्मा
चंडीगढ़
आम आदमी पार्टी ने
केन्द्रीय जांच एजेंसियों द्वारा किसानों और उनकी सहायता करने वाले लोगों और
संगठनों को भेजे जा रहे नोटिसों के लिए मोदी सरकार की आलोचना की है। पार्टी
मुख्यालय से जारी बयान में पार्टी के अध्यक्ष और सांसद भगवंत मान ने कहा कि किसान
आंदोलन को कुचलने के लिए सरकार द्वारा केंद्रीय एजेंसियों का दुरुपयोग करना बेहद
निंदनीय है। किसानों और कृषि को बचाने के लिए आंदोलन का समर्थन करने वाली विभिन्न
सेवा समितियों,
संगठनों और पत्रकारों को नोटिस भेजना अत्यंत घृणित काम है, जो अभी मोदी सरकार कर रही है। पहले मोदी सरकार के मंत्री और भाजपा नेताओं
ने किसानों को पाकिस्तान और चीन के एजेंट, खालिस्तानी एवं
आतंकवादी कहकर आंदोलन की छवि धूमिल करने की कोशिश की और अब मोदी सरकार आंदोलन को
दबाने के लिए सरकारी एजेंसियों के माध्यम से आंदोलन को सहयोग करने वाले लोगों को
नोटिस भेज रही है। मान ने कहा, मोदी सरकार दोयम दर्जे की
भूमिका निभा रही है। एक तरफ वह समाधान खोजने के लिए किसान संगठनों के साथ बातचीत
कर रही है और दूसरी तरफ आंदोलन को कुचलने की नीयत से किसान नेताओं और आंदोलन
समर्थक लोगों को डराने के लिए एनआईए के माध्यम से नोटिस भेज रही है। उन्होंने कहा
कि किसानों द्वारा किया जा रहा शांतिपूर्ण आंदोलन आज दुनिया में सबसे बड़े और सबसे
लंबे समय तक चलने वाले आंदोलन के रूप में एक नया इतिहास बना रहा है। लोकतांत्रिक
तरीके से किए जा रहे इस आंदोलन ने पूरे विश्व के किसान समाज को हौसला और उम्मीद
दिया है, लेकिन इस ऐतिहासिक आंदोलन को कुचलने के लिए और
किसानों की समस्याओं को दबाने के लिए केंद्र की मोदी सरकार लगातार घृणित और
गैरलोकतांत्रिक कदम उठा रही है। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार को कॉरपोरेट घरानों के
बजाय देश के लोगों की बात सुननी चाहिए। देश के किसान इन काले कानूनों के खिलाफ
पिछले दो महीने से दिल्ली बॉर्डर पर प्रदर्शन कर रहे हैं और इसे रद्द करने की मांग
कर रहे हैं। लेकिन मोदी सरकार किसानों की
मांग मानने के बजाए सत्ता का दुरुपयोग कर केंद्रीय एजेंसियों के माध्यम से आंदोलन
को कुचलने का प्रयास कर रही है। देश के किसानों के हित के लिए अब केंद्र सरकार
अपनी जनविरोधी गतिविधियों को रोके और किसानों की सीधी और सरल मांगों को मानकर
तीनों काले कानूनों को तुरंत रद्द करे।
सेक्टर 15 के अंडर ब्रिज को लेकर दीपा दुबे ने प्रशासन से किए सवाल
दीपा दुबे ने नगर निगम की नाकामियों को दर्शाया
जीरकपुर स्थित होटल के कमरे में हुई रह्स्यमई मौत
एन टी 24 न्यूज़
विनय कुमार शर्मा
जीरकपुर
जीरकपुर स्थित जीके होटल के नजदीक नामधारी टेलर अंबाला
चंडीगढ़ रोड पर रहस्यमई तरीके से एक व्यक्ति मृत पाया गया l मृतक
के नाक में से खून निकल रहा थाl कमरे में चद्दर व रजाई खून से लथपथ पाई गईl मृतक
की पहचान गोपाल कृष्ण शर्मा निवासी सेक्टर 45 चंडीगढ़ के रूप
में हुई है l मृतक की उम्र लगभग 42 साल
है, होटल स्टाफ व पुलिस के अनुसार मृतक की मौत 2 दिन पहले हो चुकी थीl कमरे में से बदबू आने के बाद होटल स्टाफ को पता चलाl
उसी समय होटल स्टाफ ने इसकी जानकारी पुलिस को दीl कमरे की तलाशी लेने पर मृतक के पास पर्स, मोबाइल
और एक देसी शराब की बोतल भी बरामद हुईl पुलिस अभी स्पष्ट रूप से मौत का कारण नहीं
बता पाईl मृतक की लाश को डेरा बस्सी हॉस्पिटल की मोर्चरी में रखा गया है l खबर मिलने तक मोके पर पहुंची पुलिस अपनी कार्यवाही कर मौत के कारणों की
छानबीन कर रही हैl