20 सर्जनस ने
लिया दो दिवसीय एडवांस्ड लैप्रोस्कोपिक वर्कशाप
में हिस्सा
एन टी 24 न्यूज़
विनय कुमार
चंडीगढ़
पिछले 20 सालों में मिनिमल इनवेसिव
सर्जरी ने शुरुआत कर सर्जरी की मुख्यधारा में अपनी पकड़ बना ली है ।वास्तव में
मिनिमल इनवेसिव सर्जरी ने गाल ब्लैडर , कोलोरेक्टल, हर्निया, बैरियाटिक , गाइनी के
अलावा ट्रांसप्लांट, कार्डियक, ऑर्थोपेडिक
प्रोसीजर में भी पदापर्ण कर लिया है । 21वीं सदी में सर्जिकल
ट्रेनिंग बिना मिनिमल इनवेसिव सर्जरी की बेसिक शिक्षा व तकनीक के बिना बेमानी हो
जाएगी । ऐसे में ऐसी एडवांस्ड लैप्रोस्कोपिक वर्कशॉप निहायत जरूरी है ,बताया डॉ शिवप्रीत सामरा ने , हमारी दो दिन की
वर्कशाप में इलाके के 20 सर्जन ने हिस्सा लिया व एंडोट्रेनेर
पर प्रैक्टिस की व लाइव सर्जरी के सेशन हुए , इस बात का खास
ध्यान रखा गया कि सभी डेलीगेट ने खुद सर्जरी में भाग
लिया । इस वर्कशॉप का मूल उद्देश्य रहा कि दो दिन की
अनथक ट्रेनिंग के पश्चात सर्जन मिनिमल इनवेसिव तकनीक की बारीकियों से परिचित हो
सबके समक्ष सर्जरी भी अवश्य करें । डॉ सामरा ने बताया कि हमारी स्किल लैब में आठ
एंडोट्रेनेर लगे हैं और अब हम ऐसी वर्कशॉप की एक सीरीज शुरू कर रहे हैं ताकि छेत्र
का कोई भी सर्जन तकनीकी शिक्षा से वंचित न रहे । वर्कशाप की फैकल्टी में रहे
ग्रेशियन हस्पताल के डॉ अशोक कुमार शर्मा ,, डॉ मुनीश महाजन, डॉ अरंजना मन्हास व सर गंगाराम
हस्पताल के डॉ विवेक बिंदल व डॉ प्रेम अरोड़ा । सभी सर्जन्स को एंडोट्रेनेर के
सेशन के साथ लाइव सर्जरी व डेमोंस्ट्रेशन के दौरान मिनिमल इनवेसिव सर्जरी की
तकनीकी बारीकियों का अभ्यास करवाया गया , कहा डॉ मुनीश महाजन
सर्जिकल ऑन्कोलॉजिस्ट ने। वर्कशॉप में लैप्रोस्कोपिक
इंगुइनल हर्निया, लैप्रोस्कोपिक वेंट्रल हर्निया रिपेयर टी ई पी, टोटल लैप्रोस्कोपिक ह्यस्ट्रेक्टमी, डायग्नोस्टिक लैप्रोस्कोपी (
ऑन्कोलॉजी व गयनिकोलॉजी ) की पूरी ट्रेनिंग हुई । ग्रेशियन अस्पताल ऑन्कोलॉजी के
छेत्र में पूरे इलाके में सबसे अधिक सुविधा उपलब्ध करा रहा है और लगातार बेड की
संख्या में भी बढ़ोतरी कर रहा है ।
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