आईवी हॉस्पिटल
ने ‘हार्ट टीम एप्रोच’ की शुरुआत की
एन टी 24 न्यूज़
विनय कुमार
चंडीगढ़
आईवी हॉस्पिटल, मोहाली ने
बुधवार को कॉम्पलैक्स हार्ट और वस्कुर्लर रोगों के मैनेजमेंट के लिए अंतरराष्ट्रीय
तौर पर मान्यता प्राप्त ‘हार्ट टीम अप्रोच’ को शुरू करने की घोषणा की। चंडीगढ़
प्रेस क्लब में आज एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए, डॉ.जपनीत सिंह
डायरेक्टर,
ने
कहा कि यह कॉन्सेप्ट विभिन्न कार्डियो वैस्क्युलर रोगों से पीडि़त रोगियों को
संपूर्ण और एथिकली तौर पर सही उपचार प्रदान करने के लिए दुनिया भर में लोकप्रियता
प्राप्त कर रहा है। डॉ.हरिंदर सिंह बेदी, डायरेक्टर, कार्डियो
वैस्क्युलर एंडोवैस्क्युलर एंड थोरैसिस साइंसेज, आईवी हॉस्पिटल, मोहाली ने कहा
कि मेडिकल केयर की नई रणनीतियों के विकास के साथ कॉम्पलैक्स कार्डियोवैस्कुलर
रोगों का मैनेजमेंट बदल गया है। उन्होंने आगे कहा कि सभी
साइंटिफिक जानकारी को लागू करना और इसे रोगी और परिवार के लिए उपयोगी बनाना
केंद्रीय तौर पर महत्वपूर्ण माना गया है। उन्होंने बताया कि रोगी केंद्रित
रिपोट्र्स आधारित मेडिकल केयर की इस प्रक्रिया को सुविधाजनक बनाने के लिए, आईवी में एक
मल्टीडिस्प्लनरी हार्ट टीम की स्थापना की गई है। टीम का उद्देश्य रोगी-केंद्रित
देखभाल प्रदान करना है जहां परिवार और रोगी मेडिकल केयर संबंधित सभी तरह के फैसलों
में भाग ले सकते हैं। उपचार के सभी विकल्पों की चर्चा परिवार की उपस्थिति में की
जाती है और उनकी अपेक्षाओं को समझने के लिए हर तरह के परिणाम पर भी चर्चा की जाती
है। उन्होंने बताया कि अंतिम उपचार केवल तभी दिया जाएगा, जब परिवार और
टीम अंतिम निर्णय लेगी। हार्ट टीम में
डॉ.एच.एस.बेदी,
डॉ.अंकुर
आहूजा और डॉ.अमित गुप्ता, दोनों इंटरवेंशनल कार्डियोलॉजिस्ट्स, डॉ.जितेन सिंह
कार्डियक सर्जन,
डॉ.विक्रम
अरोड़ा,
कार्डियक
एनेस्थेटिस्ट शामिल हैं। कार्डियक पेशेंट केयर में इन सभी का संयुक्त अनुभव 80 वर्षों से
अधिक का है। डॉ.अंकुर आहूजा और डॉ.अमित गुप्ता, ने इस
कॉन्सेप्ट के फायदों के बारे में बात करते हुए कहा कि एक नहीं बल्कि सभी
विशेषज्ञों से मिलकर एक टीम इलाज की एक बेहतरीन लाइन तय करती है। परिवार भी
महत्वपूर्ण समय की बचत करेगा, जो इससे पहले उपचार के लिए एक डॉक्टर से दूसरे
डॉक्टर के पास जा रहा था। उन्होंने जोर देकर कहा कि टीम ने इलाज के विकल्प पर
पहुंचने के लिए ट्रीटमेंट गाइडलाइंस के आधार पर उपचार की लाइन तय करने के लिए
साइंटिफिक मानदंड लागू किए हैं।
No comments:
Post a Comment