महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा मनाया गया राष्ट्रीय बालिका दिवस
राज्य सरकार स्वास्थ्य, अभियोजन,
पुलिस, शिक्षा, महिला
एवं बाल विकास जैसे हितधारक विभागों के समन्वित प्रयासों से कन्या भ्रूण हत्या को
रोकने के लिए प्रतिबद्ध
पंचकूला
महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा स्वास्थ्य और डब्ल्यूसीडी
विभाग के जमीनी स्तर के कार्यकर्ताओं को जागरूक करने के लिए आशा, आंगनवाडी कार्यकर्ता और एएनएम की बैठक आयोजित करके राष्ट्रीय बालिका दिवस
मनाया गया। इस अवसर पर आयुक्त एवं सचिव महिला एवं बाल विकास विभाग अमनीत पी कुमार
ने किसान भवन, सेक्टर 14 में कार्यक्रम की 9वीं वर्षगांठ की
अध्यक्षता की। उन्होने बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ अभियान के तहत जन्म के समय लिंगानुपात
में लगभग 50 अंकों के सुधार के लिए राज्य के प्रयासों की सराहना की। उन्होंने इस
उपलब्धि की सराहना करते हुए इसे राज्य के लिए बड़े गर्व का विषय बताया, जो बालिकाओं के सशक्तिकरण और उत्थान के प्रति अपनी अटूट प्रतिबद्धता को
प्रदर्शित करता है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार स्वास्थ्य, अभियोजन,
पुलिस, शिक्षा और महिला एवं बाल विकास जैसे
हितधारक विभागों के समन्वित प्रयासों से कन्या भू्रण हत्या के खतरे को रोकने के
लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने व्यक्तिगत रूप से जमीनी स्तर के कार्यकर्ताओं के साथ
एक-एक करके उनकी सीटों पर जाकर बातचीत की और विभाग द्वारा संचालित पोषण ट्रैकर
जैसी विभिन्न महिला और बाल हितैषी योजनाओं के बारे में विचार-विमर्श किया, जिसे फील्ड फोर्स ने काफी सराहा । निदेशक डब्ल्यूसीडी श्रीमती मोनिका मलिक
ने बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ कार्यक्रम के महत्व पर जोर दिया, जिसका
उद्घाटन प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी
द्वारा वर्ष 2015 में हरियाणा के पानीपत में किया था। उन्होंने बालिकाओं की
सुरक्षा और कल्याण को बढ़ावा देने के लिए सरकार की कई आवश्यक बालिका कल्याण योजनाओं
पर प्रकाश डाला, साथ ही बेटी बचाने के प्रयासों में तेजी
लाने का आश्वासन दिया। कार्यक्रम में
मासिक धर्म स्वच्छता पर एक सत्र आयोजित किया गया जिसमें फ्रंटलाइन कार्यकर्ताओं के
साथ संक्षिप्त विवरण साझा किया गया, आयुक्त और सचिव ने
फ्रंटलाइन कार्यकर्ताओं के साथ एक इंटरैक्टिव सत्र किया। उन्होंने आंगनवाड़ी
कार्यकर्ताओं को दिए गए स्मार्ट फोन पर पोषण ट्रैकर को क्रॉस-चेक किया। इस अवसर पर
ऑन द स्पॉट क्विज में जिले के विभिन्न स्कूलों के बच्चों ने भाग लिया। ड्राइंग और
निबंध लेखन प्रतियोगिता और सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाले छात्रों को आयुक्त
(डब्ल्यूसीडी) द्वारा सम्मानित और पुरस्कृत किया गया। बच्चियों के जन्म का जश्न
मनाने के लिए उनकी गौरवान्वित माताओं और उनकी बेटियों के साथ केक काटने का समारोह
भी आयोजित किया गया। कार्यक्रम के दौरान आउटरीच ब्यूरो चंडीगढ़ द्वारा बालिकाओं को
शिक्षित करने और उनके महत्व पर प्रकाश डालने के लिए एक नाटक प्रदर्शन भी किया गया।
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