Tuesday 9 April 2019

NT24 News : कर्मजीत सकरूलापुरी बने तर्कशील सोसाईटी खरड़ के प्रधान................

कर्मजीत सकरूलापुरी बने तर्कशील सोसाईटी खरड़ के प्रधान
एन टी24 न्यूज़ 
विनय कुमार

मोहाली 
अंधविश्वासों के खिलाफ विज्ञानिक तरीके से लोगों को जागरूक करने वाली संस्था तर्कशील सोसाईटी पंजाब की खरड़ शाखा द्वारा जोनल प्रभारी सलिंद्र सुहाली के नेतृत्व में वर्ष 2019-21 के लिए नए प्रभारियों का चयन किया। इस अवसर पर सभी सदस्यों द्वारा सर्व सम्मति से कर्मजीत सकरूलापुरी को संगठन प्रभारी मास्टर जरनैल सहौड़ा को वित्त प्रभारी, कुलविंदर नगारी को मीडिया प्रभारी, सुजान बडाला को सांस्कृतिक प्रभारी, सुरिंद्र सिंबल माजरा को मानसिक स्वस्थ्य चेतना विभाग का प्रभारी चुना गया है। इस अवसर पर जोन की ओर से चुनाव ऑबजर्वर के तौर पर पहुंचे सलिंद्र सुहाली ने कहा कि तर्कशील सोसाईटी के पद किसी लालच या रोअब के लिए नहीं होते। उन्होंने कहा कि सोसाईटी के नेता हों या साधारण सदस्य संगठन के लिए कार्यकर्ता ही होते हैं। पद का मतलब अन्यों के मुकाबले अधिक जिम्मेवारी और ज्यादा काम करना होता है । चुनाव से पहले गत सत्र के विभाग प्रभारियों द्वारा अपनी दो वर्ष की कारगुजारी रिपोर्ट पेश की गई। मीडिया विभाग की रिपोर्टिंग करते हुए कुलविंदर नगारी ने बताया कि धारा 295ए तर्कशीलों के लिए बड़ी चुनौती है। सरकारों द्वारा बनाए गए अन्य कथित काले कानून भी लोक लहरों के रास्ते की वाधा बने हुए है। इस अवसर पर चंडीगढ़ जोन के प्रभारी प्रिंसीपल गुरमीत खरड़ ने कहा कि जिस युग में हम विचर रहे हैं वह युग विज्ञान का युग है। इस लिए जरूरी है कि हम जीवन और संसार को विज्ञानिक दृष्टिकोण से समझें उन्होंने किस्मतवादी फलसफे को लोक विरोधी तथा प्रबंध की ढ़ाल बताते हुए कहा कि किस्मतवादी लोग अपनी हालत के लिए घटिया सिस्टम को जिम्मेवार ठहराने के लिए किस्मत को दोष देकर चुप जाते हैं। यह फलसफा मनुष्य को पापी, अनाथ, बलहीन आदि बताकर कमजोर भी करता है। इस अवसर पर बीबी रणधीर कौर संतेमाजरा तथा शाखा की नई महिला सदस्य बीबी सुखबीर कौर ने कहा कि महिलाएँ संख्यक तौर पर आदि बनती हैं, इस लिए कोई भी संस्था महिलाओं की समूलियत बिना अधूरी होती है। शाखा के नए चुने गए अध्यक्ष करमजीत सकरूलापुरी ने लोगों से तर्कशील सोसाईटी के अधिकतम सदस्य बनने का आहवान करते हुए कहा कि तर्कशीलता एक सोच का नाम है और कोई भी मनुष्य तर्कशील बन सकता है इसमें किसी डिग्री या डिपलोमा की आवश्यकता नहीं है। मीटिंग में उपस्थित बिक्रमजीत सिंह सोनी, जगविंदर सिंबल, भूपिंद्र मदनहेड़ी, आमीन तेपला, ज्ञान सिंह थिंद, चरनजीत सिंह तथा सुजान बडाला ने तर्कशील लहर को ज्यादा मजबूत बनाने का संकल्प लिया । 

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